हेलो दोस्तों में खुशी शर्मा अपने आज के इस लेख में आपका स्वागत करती हूँ, आज हम बात करेंगे Vyanjan Kitne Hote Hain Aur Kaun Kaun Se जाने यहां व्यंजन की परिभाषा, संख्या, प्रकार और भी बहुत कुछ दोस्तों आज के इस न्यू ब्लॉग पोस्ट में हम बात करेंगे व्यंजनों के बारे में अक्सर पढ़ाई से सम्बन्धित कोई न कोई प्रश्न लोगो के पास जरूर होते है। आइये जानते है इस लेख में बने रहिये हमारे साथ अंत तक।
Vyanjan Kitne Hote Hain दोस्तों, जब भी आप हिंदी ग्रामर पढ़ते होंगे या फिर हिंदी भाषा के फॉर्मेट को समझने की कोशिश करते होंगे, तो सबसे पहले आपको व्यंजन को समझना पड़ता है। अगर आप व्यंजन के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं और व्यंजन से जुड़ा हर एक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, इस लेख में हम स्टेप बाय स्टेप करके व्यंजन से जुड़ी हर एक जानकारी प्रदान करने वाले हैं, इसलिए आइए शुरू करते हैं इस लेख को बिना देरी किए हुए।
Vyanjan Kitne Hote Hain: व्यंजन कितने होते हैं
हिंदी में Vyanjan Kitne Hote Hain ? हिंदी में कुल 39 व्यंजन होते हैं। इनमें से 33 व्यंजन मानक हिंदी व्यंजन होते हैं, और 4 व्यंजन संयुक्त होते हैं। व्यंजन वह होते हैं जिन्हें हम उच्चारित करते हैं जब हमें किसी विशेष ध्वनि की जरूरत होती है। ऐसी ध्वनियों के उच्चारण के दौरान, हमारे मुख के अंदर किसी न किसी अंग द्वारा वायु का बाहरी स्राव रोका जाता है। जब हम व्यंजनों को उच्चारित करते हैं, हमारी जीभ मुख के ऊपरी हिस्से से चुंबकीय हवा को बाहर करती है।ये संयुक्त व्यंजन हैं: क्ष, त्र, ज्ञ, श्र। इसके अलावा, दो व्यंजन उत्क्षिप्त होते हैं। क से ज्ञ तक कुल 36 अक्षर होते हैं।
Vyanjan Ki Paribhaasha: व्यंजन की परिभाषा
जो वर्ण स्वरों की सहायता से बोले जाते हैं, उन्हें व्यंजन कहा जाता है। vyanjan (व्यंजन) वर्ण का उपयोग वहां होता है जहाँ ध्वनि के उच्चारण के लिए किसी स्वर की आवश्यकता होती है। इस तरह की ध्वनियों को उच्चारित करते समय, हमारे मुख के अंदर किसी अंग द्वारा हवा का बाहरी रूप से रोकाव होता है। जब हम व्यंजन बोलते हैं, हमारी जीभ मुख के ऊपरी हिस्से से रगड़कर गरम हवा बाहर आती है।
जैसे – क, त, प इत्यादि।
हर व्यंजन का उच्चारण अ से मिलकर ही पूरा होता है। अगर उसमें से अ को निकाल दिया जाए तो उसका रूप हलंत के साथ हो जाता है,
जैसे – क्, त्, र् इत्यादि।
Vyanjan Kitne Hote Hain: व्यंजनों की संख्या क्या है?
Hindi Alphabet (हिंदी वर्णमाला) में स्वरों को निकालने के बाद बचे हुए वर्ण क, ख, ग, घ… इत्यादि होते हैं, जिन्हें ‘व्यंजन’ कहा जाता है। हिंदी वर्णमाला में मुख्य रूप से 33 व्यंजन होते हैं।
Vyanjan Kitne Hote Hain: व्यंजन कितने प्रकार के होते हैं ?
व्यंजन विशेषतः तीन प्रकार के होते हैं:-
स्पर्श व्यंजन
Vyanjan Kitne Hote Hain इस प्रकार के व्यंजन को उन ध्वनियों के रूप में जाना जाता है जो जिह्वा या मुख के अंदरी भागों के स्पर्श के साथ उच्चारित होते हैं। इसे सरल भाषा में समझने के लिए, जब हम किसी शब्द को बोलते समय जीभ के अंदर अधिक भागों को छूते हैं, तो उसे स्पर्श व्यंजन कहते हैं।
स्पर्श व्यंजन में क से लेकर म तक के वर्ण आते हैं और इन वर्णों की कुल संख्या 25 है। इन्हें 5 भागों में बाँटा जाता है:
- क वर्ग: क, ख, ग, घ, ङ
- च वर्ग: च, छ, ज, झ, ञ
- ट वर्ग: ट, ठ, ड, ढ, ण
- त वर्ग: त, थ, द, ध, न
- प वर्ग: प, फ, ब, भ, म
इन वर्णों का उच्चारण कंठ, तालु, मूर्धा, दंत्य, और होंठ जैसे जीभ के अग्रभाग के स्पर्श से होता है।
अंतस्थ व्यंजन
इस प्रकार के व्यंजन में जीभ मुंह के भीतरी भागों को मामूली सा स्पर्श किया जाता है, अर्थात उन ध्वनियों को जो स्वर और व्यंजन के बीच स्थित होते हैं। अंतस्थ व्यंजन की कुल संख्या 4 होती है, जिसमें य, र, ल, व शामिल हैं।
इन चार वर्णों में से य और व को संघर्ष हीन वर्ण या अर्ध स्वर वर्णों के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह वर्ण स्वरों की भांति उच्चारित किए जाते हैं।…Read More
उष्म व्यंजन
Vyanjan Kitne Hote Hain इस प्रकार के व्यंजन में हवा को मुंह के विभिन्न भागों से रगड़ कर गर्मी उत्पन्न होती है जब उन वर्णों को बोला जाता है। उष्म व्यंजनों की कुल संख्या 4 होती है, जिसमें श, ष, स, ह शामिल हैं।
व्यंजनों के ये तीन प्रमुख प्रकार होते हैं जिन्हें समझना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इनका समझना हमें भाषा के व्याकरण और उच्चारण की सही समझ प्रदान करता है। व्यंजनों के इन प्रकारों को समझकर हम भाषा का उच्चारण सही ढंग से कर सकते हैं।
इस सूची में सभी भाषाओं के व्यंजन दिए गए हैं, उनके आईपीए वर्णाक्षरों के साथ।
अल्पप्राण अघोष | महाप्राण अघोष | अल्पप्राण घोष | महाप्राण घोष | नासिक्य | |
कण्ठ्य | क / kə k; English: skip | ख / khə kh; English: cat | ग / ɡə g; English: game | घ / ɡɦə gh; Aspirated /ɡ/ | ङ / ŋə n; English: ring |
तालव्य | च / tʃə ch; English: chat | छ /tʃhə chh | ज / dʒə j; English: jam | झ /dʒɦə jh | ञ / ɲə n; English: finch |
मूर्धन्य | ट / ʈə / t; American Eng: hurting | ठ / ʈhə / th; Aspirated /ʈ/ | ड / ɖə / d; American Eng: murder | ढ / ɖɦə / dh; Aspirated /ɖ/ | ण / ɳə / n; American Eng: hunter |
दन्त्य | त / t̪ə / t; Spanish: tomate | थ / t̪hə / th; Aspirated /t̪/ | द / d̪ə / d; Spanish: donde | ध / d̪ɦə / dh; Aspirated /d̪/ | न / nə / n; English: name |
ओष्ठ्य | प / pə / p; English: spin | फ / phə / ph; English: pit | ब / bə / b; English: bone | भ / bɦə / bh; Aspirated /b/ | म / mə / m; English: mine |
Non-Plosives / स्पर्शरहित
तालव्य | मूर्धन्य | दन्त्य/वर्त्स्य | कण्ठोष्ठ्य/ काकल्य | |
अन्तस्थ | य / jə / y; English: you | र / ɾə / r; Scottish Eng: trip | ल / lə / l; English: love | व / ʋə / v; English: vase |
ऊष्म/सङ्घर्षी | श / ɕə /, / ʃə / sh; English: ship | ष / ʂə / sh; Retroflex /ʃ/ | स / sə / s; English: same | ह / ɦə / or / hə / h; English behind |
व्यंजन क्या है जानने के लिए निचे दिए गए वीडियो में क्लिक करे।
व्यंजन एवं उसके प्रकार
व्यंजन और उसके विभिन्न रूप निम्नलिखित होते हैं:
उत्क्षिप्त व्यंजन
ये वर्ण जिनका उच्चारण जीभ के अगले भाग के द्वारा एकदम झटके से होता है, उन्हें उत्क्षिप्त व्यंजन कहा जाता है। इसकी संख्या दो होती है – ड़ और ढ़। इन्हें द्विगुण व्यंजन भी कहा जाता है।
इन व्यंजनों को सुविधाजनक रूप से उच्चारित करने के लिए ड और ढ के नीचे बिंदी (़) लगाई जाती है। यह हिंदी वर्णमाला के द्वारा विकसित किए गए व्यंजन हैं।
संयुक्त व्यंजन
इसमें दो या दो से अधिक व्यंजन वर्णों को जोड़कर बनाया जाता है। इसमें चार व्यंजन क्ष, त्र, ज्ञ, श्र शामिल होते हैं।
संयुक्त व्यंजन के उदाहरण –
- क् + ष = क्ष
- त् + र = त्र
- ज् + ञ = ज्ञ
- श् + र = श्र
ड़, ञ, ण, ड़, ढ़ ये वर्ण ऐसे हैं जिनसे कोई शब्द शुरू नहीं होता है।
अयोगवाह:
अनुस्वार (ं) और विसर्ग (ः) को स्वरों के साथ रखा जाता है, परन्तु ये स्वर ध्वनिय नहीं होते। अयोगवाह का उच्चारण व्यंजन की तरह स्वर की मदद से होता है। ये उच्चारण के दृष्टि से व्यंजन की तरह और लिखने में स्वर के समान होते हैं।
चन्द्रबिन्दु (ँ)
यह हिंदी की ध्वनि है। इसके उच्चारण के समय हवा नाक और मुंह दोनों से निकलती है। इसका उदाहरण हैं – बाँध, चाँद, गावँ, पावँ, आदि।
विसर्ग (ः)
विसर्ग (:) का प्रयोग स्वर के पश्चात् किया जाता है। इसका प्रयोग अधिकतर संस्कृत में मिलता है, लेकिन हिंदी में भी इसका प्रयोग हो सकता है, जैसे – प्रायः, अंतः करण, दु:ख, प्रातः, आदि।
हलंत (्):
जब दो वर्णों को जोड़ने में असुविधा होती है, तो वहाँ हलंत चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए – बुड्ढ़ा, गड्ढ़ा, आदि।
चंद्र (ॅ)
कुछ शब्दों में चंद्र चिन्ह का प्रयोग होता है। यह बिंदु रहित चंद्र है, इस पर बिंदु नहीं लगाया जाता। इसका उच्चारण औ के समान होता है, आ के समान नहीं। अक्सर अंग्रेजी शब्दों के साथ भी इसका प्रयोग किया जाता है। जैसे – नॉलेज, डॉक्टर, ऑफिस, आदि।
व्यंजन का वर्गीकरण
(Vyanjan Kitne Hote Hain) हिंदी व्यंजन को निम्न आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।
उच्चारण स्थान के आधार पर
- स्वरयंत्र मुखी – ह
- कंठ्य – क, ख, ग, घ, ङ
- तालव्य – च, छ, ज, झ, ञ, य, श
- मूर्धन्य – ट,ठ, ड, ढ, ण, ष
- वत्सर्य – न,ल, र, स
- दन्त्य – त, थ, द, ध
- ओष्ठ्य
- दन्त्योष्ठ्य – व, फ
- दव्योष्ठय – प, फ, ब, थ, म
उच्चारण प्रयत्न के आधार पर
- स्पर्श – क, ख, ग, घ, ट,ठ, ड, झ, त, थ, द, ध, प, फ, ब, भ
- स्पर्श-संघर्षी – च, छ, ज, झ
- संघर्षी – स, श, ष
- पार्श्विक – ल
- लुंठित – र
- उत्क्षिप्त – ड़, ढ़
- अन्तस्थ या अर्द्धस्वर – य, व
- अनुनासिक – ङ, ञ, ण, न, म
उच्चारण प्रयत्न (बाह्य प्रयत्न) के आधार पर
- घोष
- अघोष
- अल्पप्राण
- महाप्राण
पेशीय तनाव के आधार पर
- कठोर
- शिथिल
निष्कर्ष
Vyanjan Kitne Hote Hain हिंदी में कुल 39 व्यंजन होते हैं। इनमें से 33 व्यंजन मानक हिंदी व्यंजन होते हैं, और 4 व्यंजन संयुक्त होते हैं। व्यंजन वह होते हैं जिन्हें हम उच्चारित करते हैं जब हमें किसी विशेष ध्वनि की जरूरत होती है। दोस्तों आज का हमारा ये न्यू ब्लॉग पोस्ट के लेख “व्यंजन कितने होते हैं, को आपने ध्यान से अंत तक पढ़ा होगा और इससे व्यंजनों से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त हुई होगी तो कृपया हमें बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा, और आपके विचार हमें बॉक्स में Share करें।
Kul Vyanjan Kitne Hote Hain जनसंख्या और भूमि क्षेत्र (2024) ऐसे ही और ताजी खबरों के लिए हमारे साथ बने रहे हमारी वेबसाइट पर हम आपको पल-पल की Latest News आप तक पहुंचाते रहेंगे। यदि आपको हमारा यह Blog पसंद आया हो तो कृपया इसे शेयर करें। और ऐसी ही अन्य लेख को पढ़ने के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।
FAQs
1. Vyanjan Kitne Hote Hain?
उत्तर: हिंदी वर्णमाला में मूल व्यंजनों की संख्या 33 होती है और कुल व्यंजन 41 होते हैं।
2. 41 व्यंजन कौन कौन से हैं?
उत्तर: धरती पर लगभग 205 देश स्थित हैं. जिनमें सेे कुछ जगहों पर बेहद ठंडा तो कुछ जगहों पर सामान्य तापमान रहता है.
3. पृथ्वी का सबसे बड़ा देश कौन सा है?
उत्तर: विश्व का सबसे बड़ा देश रूस है।
4. एशिया में कितने देश हैं?
उत्तर: एशिया में 48 देश हैं।
5. भारत कितना बड़ा है?
उत्तर: भारत का क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग कि. मी. है,
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