नमस्ते दोस्तों! मैं खुशी शर्मा इस लेख में आप सभी का स्वागत करती हूँ। आज इस लेख में हम बात करेंगे कि राम नवमी के दिन भगवान राम की पूजा-अर्चना कैसे करें? दोस्तों, जैसा कि हम सभी जानते हैं, रामनवमी हिन्दू धर्म का एक बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे भगवान राम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस महत्वपूर्ण दिन में भगवान राम का आगमन कैसे करें, यह हम इस नए ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से आगे जानेंगे। बने रहिए हमारे साथ और हमारे साथ इस सफर को अंत तक साझा करें।
दोस्तों, आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि राम नवमी के दिन भगवान राम की पूजा-अर्चना कैसे करें? हर साल की तरह चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन को रामलल्ला के जन्मोत्सव के रूप में राम नवमी मनाई जाती है। इस खास दिन पर भगवान राम की पूजा कैसे करें, राम नवमी का शुभ मुहूर्त, पूजा सामग्री, और विधियाँ जानने के लिए बने रहिए इस ब्लॉग के साथ। रामनवमी पर भगवान राम की पूजा करने से हमारे जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
राम नवमी के दिन भगवान राम की पूजा-अर्चना कैसे करे?
(राम नवमी के दिन भगवान राम की पूजा-अर्चना कैसे करे?) चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन 17 अप्रैल 2024 को रामनवमी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु ने मनुष्य रूप भगवान राम का अवतार लिया था। वाल्मीकि रामायण के मुताबिक, भगवान राम ने कर्क लग्न में दोपहर 12 बजे जन्म लिया था। ऐसे में श्रीराम का जन्मोत्सव अभिजित मुहूर्त में मनाना शुभ होता है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पुण्य तिथियों में से एक माना जाता है। इस बार राम नवमी पर बेहद दुर्लभ और खास संयोग बन रहा है।
राम नवमी पूजा का शुभ मुहूर्त
रामनवमी के दिन एक विशेष मुहूर्त है, जो 11:40 बजे से लेकर 1:40 बजे तक रहेगा। इस समय के दौरान, राम जन्मोत्सव मनाना और भगवान रामलला की आरती करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस समय के दौरान किसी भी धार्मिक कार्य को संपन्न करना विशेष फलदायी होता है, जैसे कि प्रतिष्ठा, घर का निर्माण, घर का उद्घाटन, दुकान का उद्घाटन, फैक्ट्री की पूजा, या दुकान की पूजा। इसलिए, दिन के इस समय में दो घंटे का पूजन अत्यधिक शुभ माना जाता है।
समय | कार्य |
---|---|
11:40 से 1:40 | राम जन्मोत्सव और आरती |
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राम नवमी पूजा की सामग्री
- राम नवमी की पूजा में राम दरबार की तस्वीर, रौली, सूत्र, सुंदरगंध, धान्य, सफेद गोलियाँ, खुशबूदार फूल, माला, लाल रंग का पोटली, सिरसिरे, अबीर, गुलाल, ध्वजा, केसर, पंचमेवा, पांच फल, हल्दी, इत्र, तुलसी दल आदि शामिल करें।
- भगवान राम की सोने या चाँदी की मूर्ति, अभिषेक के लिए दूध, दही, शहद, मिष्री, पवित्र जल की व्यवस्था करें।
- भोग के लिए मिठाई, पीले रंग का कपड़ा, धूप, दीप, सुंदरकांड या रामायण की किताब, पान, लौंग, इलायची का उपयोग करें।
- साथ ही गुलाल, रंग, ध्वज, केसर, पंचमेवा, फल, हल्दी, सुगंधित तेल, तुलसी के पत्ते जरूर शामिल करें।
राम नवमी की हवन सामग्री
अग्नि कुंड, गोबर, सस्ती तेल, बाड़ी इलायची, चीनी, चावल, आम का पेड़ का लकड़ा, नवग्रह का लकड़ा, पंचमेवा, जड़ी-बूटी, लौंग, आम के पत्ते, पीपल की छाल, बेल, नीम, गूलर की छाल, चंदन का पेड़ का लकड़ा, अश्वगंधा, जटाधारी नारियल, गोला और जौ हवन के लिए महत्वपूर्ण सामग्री हैं।
रामनवमी की पूजा विधि
रामनवमी के सुबह उठकर स्नान के बाद सूर्य देवता को तांबे के लोटे से अर्घ्य दें। फिर घर में आकर भगवान राम के दर्शन करें। फिर घर के मंदिर में राम जी के जन्मोत्सव के लिए झांकी सजाएं और एक कलश स्थापित करें। वहां पर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें और उनकी पूजा करें। फिर भगवान रामलला की पूजा करें और उन्हें आवाहन करें। उनका दुग्धाभिषेक करें, जिसमें दूध और दही का मिश्रण हो
अभिषेक के बाद उन्हें विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाएं, वस्त्र पहनाएं, और मस्तक पर तिलक लगाएं। फिर उनको 108 बार राम-राम का जाप करें और अंत में आरती करें। इस प्रकार की पूजा से विधिवत पूजा समाप्त होगी।
कैसे मनाएं राम नवमी ?
- भक्त सुबह जल्दी उठें और पवित्र स्नान करें।
- वेदी पर भगवान श्रीराम की मूर्ति स्थापित करें।
- देसी घी का दीया जलाएं और पीले फूलों की माला चढ़ाएं।
- राम जी को गोपी चंदन का तिलक लगाएं।
- फल, मिठाई का भोग लगाएं।
- वैदिक मंत्रों व रामायण का पाठ करें।
- आरती से पूजा को पूर्ण करें।
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रामनवमी के मंत्र और उपाय
रामनवमी के दिन निम्नलिखित मंत्रों का जाप करने से भी बहुत अधिक पुण्य मिलता है:-
- “श्री राम जय राम जय जय राम”
- “रामाय रामभद्राय रामचंद्राय वेधसे। रघुनाथाय नाथाय सीतायाः पतये नमः”
इन मंत्रों का जाप करने से हमारे मन, वाणी, और शरीर शुद्ध होते हैं और हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
निष्कर्ष
दोस्तों आज करे इस लेख में हमने राम नवमी के दिन भगवान राम की पूजा-अर्चना के बारे में बात की। हमने जाना की राम नवमी के दिन भगवान राम की पूजा-अर्चना कैसे करे? हमने यह जानकारी दी कि इस अद्भुत त्योहार में पूजा कैसे की जाती है, किन मंत्रों का जाप किया जाता है, और कौन-कौन सी सामग्री का उपयोग किया जाता है। यहाँ दिए गए सारे जानकारी के माध्यम से हमने राम नवमी के पूजा का महत्व समझा, जिससे हमारे जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि का संचार होता है।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)
1. राम नवमी की पूजा कैसे करते हैं?
उत्तर: भगवान को पीले रंग के फूल, वस्त्र, चंदन आदि पूजन सामग्री चढ़ाएं, भोग में तुलसी पत्र डालकर प्रसाद अर्पित करें, घर की छत पर ध्वजा लगाएं और फिर घर में सुंदरकांड का पाठ करें।
2. राम का शक्तिशाली मंत्र क्या है?
उत्तर: राम का शक्तिशाली मंत्र राम गायत्री मंत्र है।
3. राम जी को प्रसन्न कैसे करें?
उत्तर: राम जी को प्रसन्न करने के लिए 1 कटोरी में गंगाजल या पानी लेकर राम रक्षा मंत्र ऊं श्री ह्रीं क्लीं रामचंद्राय श्री नमः मंत्र का जाप करें।
4. नवमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
उत्तर: भूलकर भी देवी पूजा या कन्या पूजा अपवित्र कपड़े पहनकर या फिर अपवित्र हाथों से न करें
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