हेलो दोस्तों हमारे इस लेख में आपका स्वागत है, आज के इस न्यू ब्लॉग पोस्ट में हम बात करेंगे Hindi Varnmala Mein Kul Kitne Varn Hai Janiye हमारे साथ दोस्तों आप कितनी भी बड़ी पढाई कर ले ये सवाल आपका पीछा कभी नहीं छोड़ता की वर्णमाला क्या है, वर्णमाला में कितने वर्ण होते है और भी बहुत कुछ। स्कूल, कॉलेजों में अक्सर वर्णमाला से सम्बंधित प्रश्न परीक्षा में पूछे जाते है,
हमारा ये लेख उन सभी छात्रों के लिए है जिनके हाल ही में परीक्षाएं शुरू होने वाली है, हम इस लेख में आपको सारी जानकारी देने का पूरा प्रयास करेंगे तो बिना किसी देरी के हमारे साथ बने रहिये इस लेख में अंत तक।
दोस्तों आज के लेख में हम बात करेंगे Hindi Varnmala Mein Kul Kitne Varn Hai हिंदी भाषा और साहित्य को समझने के लिए हिंदी वर्णमाला की समझ बहुत जरूरी होती है। हिंदी वर्णमाला वह है जिसमें हिंदी भाषा के लेखन (Writing) और उच्चारण (Pronunciation) के लिए उपयोग होने वाले अक्षर होते हैं। इसमें स्वर और व्यंजन दोनों प्रकार के अक्षर होते हैं। हिंदी वर्णमाला में कुल कितने अक्षर होते हैं, इसकी जानकारी भी हम आपको इस लेख में देंगे।
Hindi Varnmala Mein Kul Kitne Varn Hai
वर्णमाला, जिसे हिंदी वर्णमाला के रूप से भी जाना जाता है, जैसे कि किसी माला को बनाने के लिए एक धागे में फूलों को सजाया जाता है, ठीक उसी तरह हिंदी वर्णमाला में वर्णों का क्रमबद्ध, व्यवस्थित, और सार्थक समूह होता है। हिंदी वर्णमाला में कुल 44 वर्ण माने जाते हैं, जिसे स्वर और व्यंजन के आधार पर दो भागों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक भाषा की अपनी एक लिपि होती है और उसमें वर्णों की निश्चित संख्या होती है।
वर्णमाला किसे कहते हैं?
(Hindi Varnmala Mein Kul Kitne Varn Hai) किसी भी भाषा का उच्चारण ध्वनियों के माध्यम से होता है। हम जब बोलते हैं, तो उसे ध्वनि कहा जाता है। इससे हम अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करते हैं और उन्हें सामने वाले तक पहुंचाते हैं। दूसरी ओर, जब हम विचार और भावनाएं लिखना चाहते हैं, तो हमें उन्हें ध्वनि के रूप में लिखने के लिए चिन्ह का उपयोग करना पड़ता है। इन ध्वनि के चिन्हों को ही वर्ण कहा जाता है। भाषा की सबसे छोटी इकाई वर्ण होता है, जिसे अक्षर के नाम से भी जाना जाता है। सभी वर्णों को मिलाकर वर्णमाला बनती है। वर्णों को व्यवस्थित समूह में रखकर ही हम उन्हें वर्णमाला कहते हैं।
हिन्दी वर्णमाला में कुल कितने वर्ण है?
वर्णों को व्यवस्थित करने के समूह को वर्णमाला कहा जाता है। हिन्दी में उच्चारण के आधार पर 52 वर्ण होते हैं। इनमें 11 स्वर और 41 व्यंजन होते हैं। हिन्दी वर्णमाला में ड़्, ढ़् अं तथा अः जोड़ने पर वर्णों की कुल संख्या 52 होती है, वर्णमाला हिंदी के “वर्ण” + “माला” शब्द से मिलकर बनी है। यह हिंदी भाषा में वर्णों के संगठित समूह को वर्णमाला कहा जाता है। हिंदी वर्णमाला के सभी वर्णों को व्याकरण में दो भागों में विभाजित किया गया है — स्वर और व्यंजन।
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हिंदी वर्णमाला के विभाग
हिंदी व्याकरण में हिंदी वर्णमाला को दो भागों में विभाजित किया गया है। उच्चारण के दो मुख्य अंग होते हैं – स्वर और व्यंजन। वर्णों के निर्माण में इन दोनों का साथ मिलकर योगदान रहता है।
- स्वर (Swar)
- व्यंजन (Vyanjan)
1. स्वर किसे कहते है?
वे वर्ण, जिनके उच्चारण के लिए किसी अन्य वर्ण की सहायता की आवश्यकता नहीं होती या जो स्वतंत्र रूप से बोले जाते हैं, उन्हें स्वर कहा जाता है।
- हिंदी वर्णमाला में स्वरों की कुल संख्या 14 थी।
स्वर: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ॠ‚ ऌ‚ ॡ‚ ए, ऐ, ओ, औ‚ अं‚ अः‚ अँ‚ ऑ‚ ऒ‚ ऍ‚ ऎ‚ ॵ
स्वर और मात्राएँ
स्वर | मात्रा |
---|---|
अ | आ – ा |
इ | ई – ी |
उ | ऊ – ू |
ऋ | ए – े |
ऐ | ओ – ो |
औ | – ौ |
हिंदी वर्णमाला में स्वरों के प्रकार
हिंदी वर्णमाला में उच्चारण के आधार पर स्वर के तीन प्रकार होते हैं।
- ह्रस्व स्वर
- दीर्घ स्वर
- प्लुत स्वर
ह्रस्व स्वर(Hrasva Swar)
परिभाषा:- जिन स्वरों का उच्चारण करने में कम से कम समय लगता है, उन स्वरों को ह्रस्व स्वर कहते हैं।या हम कह सकते हैं कि जिनका उच्चारण करने में एक मात्रा का समय लगता है, उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं।
ह्रस्व स्वरों की संख्या कितनी होती है?
हिंदी व्याकरण की पुस्तकों के अनुसार स्वरों की कुल संख्या 11 होती है और इसमें ह्रस्व स्वर 4 होते हैं। ह्रस्व स्वरों की संख्या 4 होती है जो निम्नलिखित हैं,
जैसे:- अ, इ, उ, ऋ।
उदहारण
1. अ का कोई मात्रा नहीं होता, जैसे “अमल”।
2. इ का मात्रा का उदाहरण – “ि” होती है, जैसे “किसे”।
3. उ का मात्रा का उदाहरण – “ु” होती है, जैसे “शुभ”।
4. ऋ का मात्रा का उदाहरण – “ृ” होती है, जैसे “कृपा”।
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दीर्घ स्वर (Dirgha Swar)
परिभाषा:- ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ के बाद यदि ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ आ जाएं तो दोनों मिलकर दीर्घ आ, ई, और ऊ हो जाते हैं।
जैसे:- आ (अ + अ), ई (इ + इ), ऊ ( उ + उ), ए (अ + इ), ऐ (अ + ए), ओ (अ + उ), औ (अ + ओ)
उदाहरण
1. विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
2. धू + ऊर्जा = वधूर्जा ।
2. व्यंजन किसे कहते हैं?
जिन वर्णों का उच्चारण करते समय साँस, कण्ठ, तालु आदि स्थानों से बिना रुके हुए निकलती है, उन्हें ‘व्यंजन’ कहा जाता है।
प्रत्येक व्यंजन ‘अ’ से मिलकर उच्चारित होता है। हिंदी वर्णमाला में कोई भी व्यंजन बिना ‘अ’ स्वर के उच्चरित नहीं होता है।
- हिंदी वर्णमाला में कुल व्यञ्जन की संख्यां 45 होती हैं।
क वर्ग | च वर्ग | ट वर्ग | त वर्ग | प वर्ग | य वर्ग | श वर्ग | संयुक्त व्यञ्जन |
---|---|---|---|---|---|---|---|
क | च | ट | त | प | य | श | क्ष |
ख | छ | ठ | थ | फ | र | ष | त्र |
ग | ज | ड | द | ब | ल | ॺ | ज्ञ |
घ | झ | ढ | ध | भ | ळ | स | श्र |
ङ | ञ | ण | न | म | व | ह |
व्यंजन को दो तरीके से लिखा जाता है,
- खड़ी पाई के साथ
क ख ग घ च ज झ ञ ण त थ ध न प फ ब भ म य ल व श ष स क्ष त्र ज्ञ
- बिना खड़ी पाई के साथ-
ङ छ ट ठ ड ढ द र
वर्णमाला में व्यंजन के 3 प्रकार के होते हैं।
- स्पर्श व्यंजन
- अन्तस्थ व्यंजन
- ऊष्म व्यंजन
1. स्पर्श व्यंजन (Sparsh Vyanjan)
परिभाषा:- जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय हवा फेफड़ों से निकलते हुए किसी विशेष स्थान (कण्ठ, तालु, मूर्धा, दंत एवं ओष्ठ) को स्पर्श करते हैं, उन्हें ‘स्पर्श व्यंजन’ कहते हैं।
जैसे:-
- व्यंजन- वर्ग
- क ख ग घ ङ- क
- च छ ज झ ञ -च
- ट ठ ड ढ ण- ट
- त थ द ध न- त
- प फ ब भ म- प
2. अन्तस्थ व्यंजन (Antasth Vyanjan)
परिभाषा:- जिन वर्णों का उच्चारण वर्णमाला के बीच (स्वर एवं व्यंजन के मध्य) स्थित हो, उन्हें ‘अन्तस्थ व्यंजन’ कहते हैं।
जैसे:-
- य र ल व
3. उष्म/संघर्षी व्यंजन (Ushma/Sangharshi Vyanjan)
परिभाषा:- जिन व्यंजनों के उच्चारण में हवा मुख में घर्षण या रगड़ती हुई महसूस हो, उसे ‘उष्म/संघर्षी व्यंजन’ कहते हैं।
जैसे:-
- श ष स ह
निष्कर्ष
दोस्तों इस लेख में Hindi Varnmala Mein Kul Kitne Varn Hai और हमने हिंदी वर्णमाला के महत्व को समझने का प्रयास किया है। जो सभी के लिए उपयोगी है हिंदी भाषा में वर्णमाला का अध्ययन करना भाषा के सही उच्चारण और लेखन में सुनिश्चितता और महार्त को बढ़ाता है। हमने देखा कि वर्णमाला में स्वर और व्यंजन के महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जो हिंदी भाषा के लेखन और व्याकरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। वर्णमाला के अध्ययन से हमें भाषा के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद मिलती है, जिससे हमारी भाषा कौशल में सुधार भी होता है।
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FAQs
1. हिंदी की वर्णमाला में कितने वर्ण हैं?
उत्तर: हिंदी की वर्णमाला में 52 वर्ण होते हैं।
2. हिंदी वर्णमाला में 52 वर्ण कौन कौन से हैं?
उत्तर: हिंदी वर्णमाला में 52 वर्ण जैसे- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, क ख ग घ ङ, च छ ज झ ञ, ट ठ ड ढ ण, त थ द ध न, प फ ब भ म, य र ल व, श ष स ह, क्ष, त्र, ज्ञ, श्र, ड़, ढ़, (ँ) और (:) है।
3. व्यंजन कितने होते हैं?
उत्तर: व्यंजनों की संख्या 33 होती है।
4. 11 स्वर कौन कौन से हैं?
उत्तर: ग्यारह स्वर के वर्ण अ,आ,इ,ई,उ,ऊ,ऋ,ए,ऐ,ओ,औ आदि है।
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